नगर पालिका परिषद बांदा का कार्यालय भवन बादंा के प्रथम नवाब द्वारा निर्मित कराया गया था, जो बारादरी के नाम से जाना जाता हैं। वर्ष 1911 से पूर्व बांदा टाउन एरिया के रूप में थी। वर्ष 1919 में टाउन एरिया का उच्चीकरण करते हुए बांदा को तृतीय श्रेणी की नगर पालिका का दर्जा दिया जाना घोषित किया गया। जनसंख्या के वृद्धि के आधार पर विकास कार्यो की आवश्यकता के परिप्रेक्ष्य में वर्ष 1963 में द्वितीय श्रेणी की नगर पालिका का दर्जा दिया जाना घोषित हुआ और अद्यावधिक संचालित हैं।

नगर पालिका परिषद बांदा का कार्यालय भवन लगभग 200 वर्ष पूर्व का बना हुआ था। भवन की स्थिति अत्यन्त जीर्ण-शीर्ण एंव जर्जर थी, किसी भी समय ध्वस्त हो सकता था। ऐसी परिस्थिति को देखते हुए कार्यालय भवन के निर्माण हेतु निर्माण एंव स्थल के प्रस्तावित नक्शे के अनुरूप आगणन पत्र के अनुसार 16.00 लाख का अनुदान की मांग शासन से की गयी थी। शासन ने उक्त धनराशि की स्वीकृति के पश्चात कार्यालय भवन का निर्माण हुआ। दिनांक 01 जून, 1998 से पुराने भवन से स्थानान्तरण नवीन भवन में किया गया है, जो वर्तमान समय से संचालित हैं।

वर्ष 2017 में नगर पालिका सीमा का विस्तार हुआ। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार नगर की आबादी 169997 थी। वर्तमान में नगर की आबादी लगभग 2.0 लाख से अधिक हैं।

अधिशाषी अधिकारी
नगर पालिका परिषद, बांदा